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स्पीड नेटवर्किंग (Speed Networking)


व्यावसायिक संपर्क बनाने का बेहद कारगर और प्रभावी तरीका
स्पीड नेटवर्किंग क्या है?
स्पीड नेटवर्किंग कैसे काम आती है
स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम का आयोजन एवं प्रबंधन कैसे करें
स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम के दौरान आने वाली आम समस्याएं
स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम आयोजित करने हेतु सलाह


स्पीड नेटवर्किंग क्या है?

स्पीड नेटवर्किंग, व्यावसायिक संपर्क बनाने का बेहद कारगर और प्रभावी तरीका है। स्पीड नेटवर्किंग का उद्देश्य यथासंभव अधिकाधिक कनेक्शन स्थापित करते हुए प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करना है।

स्पीड नेटवर्किंग का विचार टॉम जेफ्फी के मन में वर्ष 2000 के आरंभ में आया। उन्होंने कॉर्पोरेट जगत में स्पीड डेटिंग की अवधारणा विकसित की। हालांकि, स्पीड डेटिंग और स्पीड नेटवर्किंग के बीच मुख्य अंतर एक दूसरे से मेल-मिलाप का है। स्पीड डेटिंग का आशय जहां एक ओर प्रत्येक व्यक्ति के किसी उपयुक्त कनेक्शन से जुड़ने का है, वहीं दूसरी ओर स्पीड नेटवर्किंग का लक्ष्य यथासंभव अधिकाधिक प्रासंगिक कनेक्शन बनाना है।


स्पीड नेटवर्किंग कैसे काम आती है

वर्तमान में व्यवसाय बढ़ाने के इच्छुक लोगों के लिए व्यावसायिक कनेक्शन स्थापित करना बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए, कई नेटवर्किंग कार्यक्रमों का होना कोई आश्चर्य की बात नहीं। ऐसे आयोजन उन लोगों के लिए बेहद कारगर हैं, जिन्हें अपने लिए बहुमूल्य कनेक्शन बनाने में झिझक महसूस होती है। स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम में सभी प्रतिभागी किसी पूर्वनिर्धारित उद्देश्य से एकत्र होते हैं। इसलिए, बिना हंसी-मजाक के व्यावसायिक बातचीत शुरू करना प्रभावी नहीं माना जाता।

स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम से प्रतिभागियों को अनेक लाभ हैं। कैरियर प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक है कि व्यक्ति के पास पर्याप्त व्यावसायिक कनेक्शन हों। हालांकि, सोशल मीडिया प्लेटफार्म की भरमार के बावजूद, वास्तविक अर्थपूर्ण कनेक्शन बनाने के लिए लोगों से आमना-सामना होना आवश्यक है।

स्पीड नेटवर्किंग आयोजन विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों को आपस में मेल-जोल का अवसर उपलब्ध कराता है। व्यावसायिक कार्यक्रमों में प्रोफेशनल लोग अपने संपर्क आसानी से आदान-प्रदान करते हैं और कभी-कभी भविष्य में होने वाली बैठकों की रूपरेखा भी तैयार करते हैं। इससे संभावित विकास के अवसर और बहुमूल्‍य संपर्क का मार्ग प्रशस्त होता है। चूंकि सभी प्रतिभागी इस कार्यक्रम में संपर्क बनाने के एकमात्र उद्देश्य से भाग ले रहे होते हैं, इसलिए हल्की–फुल्की बातचीत की आवश्यकता ही नहीं। मीटिंग के बाद सीधे व्यवसाय की बातचीत आरंभ करना, ऐसे कार्यक्रम के मानक हैं, जिनकी प्रोफेशनल अत्यंत कद्र करते हैं।


स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम का आयोजन एवं प्रबंधन कैसे करें

यदि स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित करना हो, तो पहले स्वयं को शिक्षित करें। स्पीड नेटवर्किंग आयोजन की योजना बनाते समय आयोजक विभिन्न विधियों का उपयोग करते हैं। स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम आयोजित करने के तीन मॉडल हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  1. राउंड रोबिन
    इस मॉडल में पूर्वनिर्धारित अनुक्रम में आपस में बातचीत होती है; इसमें अनेक तरह के लोगों से भेंट-मुलाकात का अवसर मिलता है। बैठक की शुरूआत बजर से होती है और पहले राउंड में प्रतिभागी आवश्यक जानकारी का आदान-प्रदान करते हैं। पहला राउंड पूरा हो जाने पर मेजबान दूसरा राउंड शुरू करते हैं। औसतन एक घंटे के राउंड रॉबिन सत्र में अधिकतम 10 प्रतिभागियों से संपर्क किया जा सकता है। हालांकि, यह आवश्यक नहीं कि जितने प्रतिभागियों से आपकी मुलाकात हो, वे सभी प्रासंगिक पृष्ठभूमि से संबंधित हों।

    मिक्सरसीटर के उपयोग से राउंड रॉबिन कार्यक्रम कैसे चलाएं
    (अंग्रेजी में लेख)
  2. स्टेशन आधारित
    ऐसे स्पीड नेटवर्किंग मॉडल के दौरान, वास्तविक आयोजन के पहले विभिन्न प्रतिभागियों के बीच बैठकें होती हैं। प्रतिभागियों द्वारा पूर्व में भरी प्रश्नावली के माध्यम से जानकारी एक दूसरे से शेयर की जाती है। प्रतिभागी इस बात को चिह्नित करते हैं कि स्पीड नेटवर्किंग में उन्हें किससे मिलना है। औसतन एक घंटे के स्टेशन आधारित सत्र के दौरान अधिकतम 10 प्रतिभागियों से संपर्क किया जा सकता है।
  3. समूह-आधारित
    सभी तीन मॉडलों में से समूह-आधारित मॉडल सबसे प्रभावी है। यह मिक्सरसीटर तकनीकी रूप से उन्नत किस्म का टूल है, जो इष्टतम सीटिंग सिस्टम देता है। प्रत्येक टेबल पर 4 से 10 कुर्सियां होती हैं और प्रत्येक टेबल के प्रतिभागियों के लिए आपसी परिचय का निश्चित समय होता है। चूंकि टूल से सीटिंग प्लान आता है और यही बहुमूल्य कनेक्शन के लिए प्रोत्साहित करता है। इसीलिए ऐसे कार्यक्रम में सफलता पाने की संभावनाएं बहुत अधिक होती हैं।

    मिक्‍सरसीटर के उपयोग से समूह-आधारित कार्यक्रम कैसे चलाएं
    (अंग्रेजी में लेख)
सभी तीन मॉडलों में से समूह-आधारित मॉडल सबसे प्रभावी है।

स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम के दौरान आने वाली आम समस्याएं


  1. समय पर्याप्त न होना
    अनेक प्रतिभागी नए लोगों से मिलते वक्‍त समय कम होने की शिकायत करते हैं। इस कार्यक्रम के दौरान यही सबसे प्रमुख बात है, जो राउंड-रॉबिन पद्धति को शामिल करती है। समूह-आधारित मॉडल में, प्रतिभागियों को जानकारी दोहराने की आवश्यकता न होने के कारण उन्हें काफी आसानी होती है। वे वांछित प्रोफेशन अनुभव वाले लोगों से बहुमूल्‍य संपर्क बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इसलिए, समूह-आधारित स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम में समय का अधिकतम उपयोग किया जाता है।
  2. मेल-मिलाप स्थापित करने में असमर्थता
    कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्ति को बिजनेस कार्ड देने भर से व्यापार में तरक्की की गारंटी नहीं दी जा सकती है। प्रतिभागियों को ऐसे कार्यक्रमों की तलाश होती है, जिनमें वांछित पृष्ठभूमि वाले लोग शामिल हों। इसलिए, स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम की सफलता लोगों को एक-साथ लाने की क्षमता पर निर्भर करती है, ताकि वे एक दूसरे से लाभान्वित हो सकें।
  3. संरचना का अभाव
    कार्यक्रम के कुप्रबंधन से प्रतिभा‍गियों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है, जिससे आखिरकार असफलता हाथ लग सकती है। आयोजकों को सुनिश्चित करना होता है कि कार्यक्रम ऐसी जगह हो, जहां प्रतिभागी आसानी से पहुंच सकें। इसके अलावा, संपर्क के दौरान प्रतिभागियों को किसी असुविधा से बचने के लिए वाई-फाई और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। कार्यक्रम के लिए साइन अप प्रक्रिया आसान और सुरक्षित हो।
  4. बहुत अधिक ध्यान भंग
    प्रबंध समिति के लिए एक ओर जहां प्रतिभागियों को जलपान आदि उपलब्ध करवाना होता है, वहीं दूसरी ओर यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लोगों का ध्यान भंग न हो। स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम का उद्देश्य केवल लोगों को संपर्क बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना हो। उन्हें ऐसा वातावरण उपलब्ध करवाना आयोजक की जिम्मेदारी है, जिससे उनका ध्यान भंग न हो।
स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम की सफलता लोगों को एक-साथ लाने की क्षमता पर निर्भर करती है, ताकि वे एक दूसरे से लाभान्वित हो सकें।

स्पीड नेटवर्किंग कार्यक्रम आयोजित करने हेतु सलाह


  1. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आसान हो
    निर्बाध रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करने के लिए कई टूल उपयोग में लाए जा सकते हैं। आयोजक के बतौर आपको प्रतिभागियों की संख्या की जानकारी हो। प्रतिभागियों की संख्या संबंधी स्पष्ट जानकारी के लिए उनसे फॉर्म भरवा लें तथा आसान सी साइनअप प्रक्रिया रखें। इसी में लोगों की प्रोफेशनल पृष्ठभूमि की जानकारी भी ले लें।
  2. समूह-आधारित स्पीड नेटवर्किंग मॉडल का विकल्प लें
    अब तक यह बात स्पष्ट हो जानी चाहिए कि समूह-आधारित स्पीड नेटवर्किंग मॉडल बेहतरीन ढंग से काम करते हैं। आयोजन सफल बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान प्राप्त जानकारी का उपयोग करें। एक ही जगह अधिकतम सीटिंग होने से बहुमूल्‍य कनेक्शन बनता है, जिससे सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
  3. तकनीक का प्रयोग
    सीटिंग प्लान की योजना बनाते समय केवल अपने कौशल पर भरोसा न करें। मिक्सरसीटर जैसे तकनीकी टूलों का उपयोग कर स्पीड नेटवर्किंग आयोजन का अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सकता है। ऐसे विभिन्न रजिस्ट्रेशन टूल भी हैं जिन्हें योजना प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है।
सीटिंग प्लान की योजना बनाते समय केवल अपने कौशल पर भरोसा न करें।

महत्वपूर्ण बात

स्पष्ट लक्ष्य के बिना, सफलता प्राप्त करने की उम्मीद नहीं की जा सकती। स्पीड नेटवर्किंग आयोजन में अनेक योजनाएं बनानी होती हैं। इसलिए, अच्छा हो कि तैयारियां यथाशीघ्र शुरू की जाएं। जैसा कि इस आलेख में बताया गया है, स्पीड नेटवर्किंग आयोजन में समूह-आधारित मॉडल के लिए यह सबसे प्रभावी है। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि प्रतिभागियों के पास समान विचारधारा वाले व्यक्तियों से जुड़ने के पर्याप्त अवसर हों। ऐसा करने के लिए मिक्सरसीटर और रजिस्ट्रेशन सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन जैसे विभिन्न तकनीकी टूलों की आवश्यकता होती है।